गिलेन-बार्रे सिंड्रोम (गुइलियन-बार्रे सिंड्रोम)
गिलेन-बरे सिंड्रोम एक दुर्लभ बीमारी है जिसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली अपनी ही नसों पर हमला करने लगती है। इसकी शुरुआत अक्सर पैरों और टांगों में झुनझुनी और कमजोरी से होती है जो ऊपर की ओर फैल सकती है। गंभीर स्थिति में यह साँस लेने वाली मांसपेशियों को भी प्रभावित कर सकता है
पहली सहायता (GBS First-Aid Steps)
तुरंत आपातकालीन मदद बुलाएँ
खासकर अगर कमजोरी तेज़ी से बढ़ रही हो या साँस लेने में दिक़्क़त हो
मरीज़ को शांत रखें
और लगातार साँस व होश की निगरानी करें
साँस लेने में कठिनाई
तो कपड़े ढीले करें और CPR के लिए तैयार रहें
गिरने से बचाने के लिए सहारा दें
मज़बूत कुर्सी या वॉकर का उपयोग कराएँ
घर में ढीली चटाई
या बाधाएँ हटा दें ताकि ठोकर न लगे
कब डॉक्टर से मिलना चाहिए
गिलेन-बरे सिंड्रोम एक मेडिकल इमरजेंसी है। पैरों से शुरू होने वाली कमजोरी या झुनझुनी अगर ऊपर की ओर फैल रही हो या चलने-फिरने में मुश्किल पैदा कर रही हो, तो तुरंत अस्पताल पहुँचें। शुरुआती पहचान और इम्यूनोथैरेपी जैसे उपचार से गंभीर जटिलताओं को रोका जा सकता है और पूरी तरह ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है।
